GURUKULAM CLASSES BY PRADEEP SIR
Friday, 30 November 2018
धन की सार्थकता
मृत्यु के पार एक सुई भी नही जा सकती फिर क्या धन इकट्ठा करने में लगे हो,जीवन की विराटता का रस लो,हृदय में प्रेम का झरना फूटने दो,प्रकृति की सुंदरता का बोध लो,फूलो की खुशबू का आनंद लो।
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